जब मेरी शुरू हुई कविता, तब दस्तक दी थी दिल में! जब मेरी शुरू हुई कविता, तब दस्तक दी थी दिल में!
यतीम...। यतीम...।
तुम मेरे दिल में रहती हो फिर यह शिकायत क्यों बनी रहती है...? तुम मेरे दिल में रहती हो फिर यह शिकायत क्यों बनी रहती है...?
किताब के पन्नों की तरह पलट जाए ज़िन्दगी तो क्या बात है ! किताब के पन्नों की तरह पलट जाए ज़िन्दगी तो क्या बात है !
मुझे याद करना और मुस्कुराना...! मुझे याद करना और मुस्कुराना...!
विष को भी बना दे जो, अमृत का प्याला है, धूप में जो छाँव लाये, वो मेघमाला है । इस अनूठे प्यार के कि... विष को भी बना दे जो, अमृत का प्याला है, धूप में जो छाँव लाये, वो मेघमाला है । ...